राहुल गांधी के बयान से सिख समाज में नाराजगी, भाजपा नेता डॉक्टर गुरभाग सिंह सहित कईयों ने सड़क पर उतरकर जताया विरोध
राहुल गांधी के बयान से सिख समाज में नाराजगी, भाजपा नेता डॉक्टर गुरभाग सिंह के नेतृत्व में हुआ विरोध
पीलीभीत। राहुल गांधी द्वारा अमेरिका में सिखों पर दिए गए बयान से सिख समाज में उबाल देखा जा रहा है। शुक्रवार को बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग “सिख पंजाबी समाज सेवा सोसायटी” के बैनर तले बरेली कलक्ट्रेट पहुंचकर जमकर प्रदर्शन किया। बरेली में पंजाबी अकादमी के पूर्व सदस्य डॉक्टर गुरभाग सिंह के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन हुआ। बाद में एडीएम (ई) को ज्ञापन देकर राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन में बताया है कि विपक्षी नेता राहुल गाँधी (काग्रेस ) द्वारा सिक्खों के नाम का प्रयोग कर विदेशी भूमि (अमेरिका) में देश की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। देश तरक्की की राह पर चल रहा है, वही राहुल गांधी गैर जिम्मेदाराना बयान देकर भाई चारा एकता में विघटन डालकर सिक्खों में भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। ज्ञापन में बताया है कि हमें याद है कि पंजाब दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश में सरकारी नरसंहार इसी काँग्रेस सरकार ने अपने ही शासनकाल में कराया था। श्री अकाल तख़्त साहिब पर हमला निर्दोष सिक्खों का नर संहार भी इसी काँग्रेस ने करवाया था। पंजाब में सिक्ख भाईचारा खराब करने के भी दोषी है। सिक्ख जवानों का नरसंहार भी इसी कॉग्रेस की देन है।
अब हताश होकर सिक्खों को ढाल बना कर राजनीति कर रहे हैं। जबकि देश में ऐसी कोई पाबन्दी सिक्खों पर नहीं है। ऐसे ही अन्य ये लोग भी जो सिक्खों के प्रति दुर्भावना रखते हुए सिक्खों की कुर्बानी को भूलकर उनके प्रति गलत टिप्पणियां करके राजनैतिक रोटियां सेकते हैं, उनके खिलाफ उचित कार्रवाई होनी चाहिए। इस मौके पर सिख पंजाबी समाज सेवा सोसायटी के सचिव अमरजीत सिंह ने कहा कि राहुल गांधी विदेशी धरती पर विवादित बयान दे रहे हैं।
उन्होंने अमेरिका में कहा कि भारत में सिख समाज के लोगों को कड़ा और पगड़ी पहनने पर प्रतिबंध है, पर ऐसा नहीं है। राहुल गांधी का इटली से प्रेम है, उन्हें वहाँ चले जाना चाहिए। उनकी मांग है कि राहुल गांधी की संसद की सदस्यता समाप्त होनी चाहिए और उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। प्रदर्शन के दौरान कार्यक्रम में राजेंद्र सिंह बक्शी, जसविंदर सिंह छाबड़ा, अमरप्रीत सिंह, वीरेंद्र पाल सिंह, दर्शन अरोड़ा, अवतार सिंह अरोरा, सानू कालरा, सरदार नवनीत सिंह पाटा, सरदार अमरजीत बक्शी, सरदार गुरविंदर सिंह बोनी, सरदार सुभाष अरोड़ा, सरदार शिव स्वरूप चावला, सचिन सबरवाल, गोल्डी खुराना, मन्नू बक्शी, प्राइस खुराना, सरदार बलजीत सिंह, सरदार महेंद्र सिंह बिंद्रा, तिलक राज दुसेजा, जनक राज दुसेजा, सरदार अमरप्रीत सिंह, सरदार लक्की सोढ़ी, सरदार विक्की बग्गा आदि लोग मौजूद रहे।