अंतर्राष्ट्रीय तेंदुआ दिवस पर विशेष: पीलीभीत के जंगल में बाघ के साथ बढ़ रहा हैं तेंदुआ
तेंदुए को देखने के लिए देश-विदेश से पीलीभीत पहुंचते हैं सैलानी

अंतर्राष्ट्रीय तेंदुआ दिवस पर विशेष: पीलीभीत के जंगल में बाघ के साथ बढ़ रहा हैं तेंदुआ
तेंदुए को देखने के लिए देश-विदेश से पीलीभीत पहुंचते हैं सैलानी
जंगल के अंदर एक साथ बाघ और तेंदुआ की मौजूदगी एक अच्छी निगरानी की पहचान
बाघमित्र एवं गाइड सनाबिल हुसैन ने अपने कमरे में कैद किए जंगल के अंदर तेंदुए के फोटो
बिलाल
पीलीभीत।पीलीभीत टाइगर रिजर्व के जंगल मे जैविक विविधता से गुलज़ार है बाघ के साथ-साथ अनेक जीव जंतु के दीदार अलग-अलग पर्यटकों को होते रहते हैं लेकिन इन दोनों वनजीवन के जानकारी के अनुसार बाघ और तेंदुआ जंगल में बहुत कमी से देखे जाते हैं कुछ विशेषज्ञ का कहना है कि अगर जंगल में तेंदुए की आबादी बढ़ रही है तो वहां बाघों की मौजूदगी काम हो जाएगी और जहां बाघ बढ़ेंगे वहां तेंदुओं बिलपती की कगार पर पहुंच जाएगा, लेकिन सारी थ्योरी और शोध पीलीभीत के जंगल में फीका पड़ जाता है क्योंकि यहां के वातावरण ने वनजीवन को इस तरह अपनी गोद में पाला है की जंगल के बाहर रह रहे बाघ अब इंसानों से समझौता कर चुके हैं जबकि जंगल के अंदर बाघ के साथ तेंदुओं की भी आबादी दिन-ब-दिन बढ़ रही है।इसके साथ ही एक तरफ पीलीभीत के अधिकारी अपनी कलम और पत्राचार से पीलीभीत के जंगल को अच्छा मैनेजमेंट और आर्थिक मदद व उच्च स्तर पर पहचान दिलाने की कार्य कर रहे हैं। वही इसी के७ साथ टूरिस्ट गाइड भी अपना हक अदा कर रहे हैं क्योंकि लगभग एक दशक पहले से कुछ टूरिस्ट गाइड या सक्रिय हैं जो यहां की खूबसूरती और जीव जंतुओं को अनेक माध्यम से देश दुनिया के सामने लाते हैं।जिससे वनजीवन को प्यार करने वाले हजारों लोग सालाना पीलीभीत के जंगल पर्यटन के उद्देश्य आते हैं।पीलीभीत जंगल के टूरिस्ट गाइड एवं बाघ मित्र सनाबिल हुसैन ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से अपने द्वारा लिए गए तेंदुए के फोटो को शेयर करते हुए पीलीभीत जंगल की जैविक विविधता को सब से साझा किया क्योंकि कुछ वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर बाघ को देखने जंगल आते हैं वहीं कुछ लोग तेंदुए को अपने कमरे में कैद करना चाहते हैं।जंगल के अंदर तेंदुए का फोटो मिलन बहुत दुर्लभ माना जाता है लेकिन पीलीभीत जंगल हर नामुमकिन फोटो को मुमकिन बनाने की पहचान बन चुका है।