ब्रांडेड पैंट-शर्ट के अलावा अन्य रेडीमेड कपड़ो पर हो रही खुलेआम लूट, जीएसटी की चोरी
जीएसटी चोरी

ब्रांडेड पैंट, शर्ट के अलावा अन्य रेडीमेड कपड़ो पर हो रही खुलेआम लूट, जीएसटी की चोरी
स्पार्की, लारा जैसे ब्रांड की आड़ में बिक रही डुप्लीकेट पैंटें,ग्राहक बन रहे शिकार
पीलीभीत।जनपद पीलीभीत के अलाव तहसील पूरनपुर व पूरनपर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां कस्बे की कई दुकानों पर खुलेआम ग्राहकों को ठगा जा रहा है। वहीं कई बड़े व छोटे व्यापारी फर्जी बिल देकर जीएसटी की भी चोरी की जा रही है। सूत्रों की माने तो ब्रांडेड कंपनियों के नाम की आड़ में नकली और घटिया क्वालिटी की पैंट, शर्ट सहित अन्य रेडीमेड कपड़े बेचे जा रहे हैं। खास बात यह है कि इन नकली पैंटों पर असली ब्रांड के टैग और मार्का चिपका दिए जाते हैं, जिससे ग्राहक धोखा खा जाते हैं। सूत्र बताते हैं कि पूरनपुर की कुछ बड़ी दुकानों पर स्पार्की, लारा जैसी नामचीन कंपनियों की पैंटों के नाम पर डुप्लीकेट माल धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। इन नकली पैंटों को इतनी सफाई से ब्रांडेड पैकिंग में पेश किया जाता है कि ग्राहक असली-नकली में फर्क ही नहीं कर पाते। स्थानीय सूत्रों की मानें तो यह सब एक संगठित तरीके से हो रहा है। कुछ व्यापारी जानबूझकर नकली पैंटों पर असली ब्रांड के टैग लगाकर ऊंचे दामों में ग्राहकों को बेच रहे हैं। इस गोरखधंधे में कुछ बड़े दुकानदारों की संलिप्तता भी सामने आ रही है।कई ग्राहकों ने बताया कि उन्होंने ब्रांडेड समझकर पैंटें खरीदीं, लेकिन पहनने के कुछ ही दिनों में उनकी असलीयत सामने आ गई। कपड़े की क्वालिटी बेहद घटिया निकली और सिलाई भी कमजोर थी। तब जाकर शक हुआ कि कहीं यह नकली तो नहीं। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि इस तरह का खेल लंबे समय से चल रहा है और न तो जिम्मेदारों की कोई सख्ती दिखाई दे रही है और न ही ब्रांड कंपनियों की ओर से कोई कार्रवाई। आखिर कब तक इस तरह खुलेआम ग्राहकों को ठगा जाता रहेगा? स्थानीय नागरिकों और उपभोक्ता संगठनों का कहना है कि इस पूरे मामले की तत्काल जांच कराई जाए और जो दुकानदार इस ठगी में शामिल हैं, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।