ग्राम पंचायत में घोटाला पर ग्राम पंचायत सचिव निलंबित
ग्राम पंचायत के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार सीज

ग्राम पंचायत में घोटाला पर ग्राम पंचायत सचिव निलंबित
ग्राम पंचायत के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार सीज
पीलीभीत।जिले की ग्राम पंचायत खजुरिया पचपेड़ा में वित्तीय अनियमितताओं का गंभीर मामला सामने आया है। इस घोटाले में सरकारी धन के दुरुपयोग और फर्जी बिलों के इस्तेमाल का आरोप है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला मजिस्ट्रेट संजय कुमार सिंह ने ग्राम प्रधान राजेंद्र कुमार के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार तत्काल प्रभाव से सीज कर दिए हैं। साथ ही,अनियमितताओं में संलिप्त पाए गए ग्राम विकास अधिकारी पवन पटेल और तत्कालीन ग्राम पंचायत अधिकारी के.पी. सिंह को निलंबित कर दिया गया है।जांच रिपोर्ट के अनुसार, ग्राम प्रधान ने अस्थायी गौशाला निर्माण में नियमों की अनदेखी कर मनमाने तरीके से कार्य कराया। इंडिया मार्का हैंडपंप के रीबोर और वाटर रेन हार्वेस्टिंग के नाम पर 56,615 रुपये का गबन करने का मामला सामने आया है। इतना ही नहीं, फर्जी बिलों के जरिए भी सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया। आरोप है कि प्रज्ञा सीमेंट स्टोर से 1,41,764 रुपये और राजा ब्रिक फील्ड से 16,025 रुपये के फर्जी बिल बनवाकर धन निकाला गया। जांच में यह भी पाया गया कि ग्राम विकास अधिकारी पवन पटेल ने गौशाला निर्माण और रेन वाटर हार्वेस्टिंग में वित्तीय नियमों का उल्लंघन किया। इसके अलावा, हैंडपंप मिस्त्री महेश कुमार से मिलीभगत कर 20 अक्टूबर 2022 को 13,050 रुपये, तथा महेश प्लंबर ट्रेडर्स से 12,950 रुपये के फर्जी बिल तैयार करवाए गए। हैंडपंप मरम्मत के नाम पर 30,615 रुपये की हेराफेरी का मामला भी सामने आया है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम संजय कुमार सिंह ने जिला विकास अधिकारी और जिला पंचायत राज अधिकारी को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि इस घोटाले में संलिप्त अन्य लोगों की भी जांच की जाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।