आभूषण खरीदने वाले कस्टमर को ईएमआई की सुविधा दी जानी चाहिए: नीतीश अग्रवाल

आभूषण खरीदने वाले कस्टमर को ईएमआई की सुविधा दी जानी चाहिए: नीतीश अग्रवाल
पीलीभीत।नीतीश अग्रवाल महामंत्री सर्राफा संघ पूरनपुर में बताया बजट में जिस तरह से सरकार ने 12 लाख रुपए तक टैक्स फ्री इनकम की घोषणा की है,उससे ज्वैलरी सेक्टर की भी अपेक्षाएं काफी बढ़ी है।हम उम्मीद करते हैं कि, ज्वैलरी सेक्टर में कस्टमर अपना ध्यान निवेश एवं बचत की ओर ज्यादा करेंगे।
TDS 2.5 लाख से बढ़कर 6 लाख तक की छूट की गई है।टीसीएस पर 7 लाख से बढ़कर 10 लाख तक की छूट की गई है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए इनकम टैक्स में अतिरिक्त टैक्स स्लैब की छूट 50000 से 1 लाख तक की गई है।पिछली चार संशोधित आयकर रिटर्न पुनः भरने का मौका दिया गया है। यह सब स्वागत योग्य है।हमें उम्मीद थी कि, सरकार गोल्ड पर इंपोर्ट ड्यूटी 6.5% से घटाकर 4% तक करेगी।जीएसटी बजट का डायरेक्ट फैक्टर नहीं है परंतु ज्वेलरी सेक्टर में पहले 1% जीएसटी थी और सोने का मूल्य उसे समय ₹25,000 प्रति 10 ग्राम था। जिसे बढ़ाकर अब 3% कर दिया गया था, जबकि सोने का मूल्य वर्तमान में 80 से 90000 प्रति 10 ग्राम तक बना हुआ है।इससे आम ग्राहक को सोना खरीदते समय बड़ी मात्रा में जीएसटी का भुगतान करना पड़ रहा है।डिजिटल पेमेंट करते समय बैंक क्रेडिट कार्ड पर एक परसेंट से लेकर दो परसेंट तक कमीशन कट जाता है।सोना व चांदी बहुमूल्य धातु है इससे आम कस्टमर को काफी पैसा कमीशन के रूप में देना पड़ता है।ज्वेलरी सेक्टर में आभूषण खरीदने वाले कस्टमर को ईएमआई की सुविधा दी जानी चाहिए थी। इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स में अथवा विदेश घूमने पर ईएमआई की सुविधा आम नागरिकों के लिए उपलब्ध है।सराफा व्यापार में ईएमआई से आम जन का बचत की तरफ रूझान बढ़ेगा।स्वर्ण नगरियों में ज्वेलरी पार्क बनाने के लिए बजट में विशेष प्रावधान किया जाना चाहिए था। ताकि इस उद्योग में कार्यरत कारीगरों एवं नए स्टार्टअप्स को सीधा-सीधा लाभ मिलता।