लकड़ी और उपलों की आग जलाकर धूमधाम से मनाया गया लोहड़ी का पर्व
तिल, रेवड़ी, मूँगफली आदि का भोग लगाकर वितरित किया प्रसाद
लकड़ी और उपलों की आग जलाकर धूमधाम से मनाया गया लोहड़ी का पर्व
तिल, रेवड़ी, मूँगफली आदि का भोग लगाकर वितरित किया प्रसाद
पूरनपुर (पीलीभीत)।लोहड़ी पर्व की शाम को लोगों ने निश्चित स्थान पर लकड़ी और उपलों की आग जलाकर विशेष पूजन के साथ लोहड़ी का जश्न धूमधाम से मनाया।ग्रामीण क्षेत्र एवं शहर के कई मोहल्लों के साथ अशोक कालोनी में लोहड़ी पर्व सोमवार की शाम को परिवार के सभी सदस्यों के साथ विशेष पूजन के साथ खुले स्थान पर लकड़ी एवं उपले को आग से जलाकर लोहड़ी के विशेष पूजन में तिल, गुड़, रेवड़ी एवं मूंगफली आदि का भोग लगाकर बड़े ही जोशो-खरोश के साथ मनाया गया। इस अवसर पर अधिकांश लोगों ने ढोल की थाप के साथ भांगड़ा नृत्य भी खुशी में खूब किया। जो काफी आकर्षण का केंद्र रहा। कुछ लोग बताते है कि लोहड़ी पर्व पारंपरिक तौर पर फसल की कटाई और नई फसल की बुआई से जुड़ा हुआ होता है। लोहड़ी की अग्नि में रवि की फसल के तौर पर तिल, रेवड़ी, मूंगफली, गुड़ आदि चीजें अर्पित की जाती है तथा साथ ही यह त्यौहार परिवार में आने बाले नए मेहमान जैसे नई बहू, बच्चा या फिर प्रतिवर्ष होने बाली फसल के स्वागत के लिए मनाया जाता है। लोहड़ी पर्व पर शाम ढलते ही परिवार व मोहल्ले के सभी सदस्य एकत्रित होकर लकड़ियों और उपलों को जलाकर और फिर उसमें तिल, गुड़, रेवड़ी एवं मूंगफली आदि का भोग लगाकर पूजन करते है। फिर एक-दूसरे को तिल, गुड़, रेवड़ी एवं मूंगफली आदि का प्रसाद वितरण करते है और कुछ लोग खुशी में ढोल की थाप के साथ भांगड़ा, नृत्य आदि कर खूब जश्न मनाते है। लोहड़ी पर्व ग्रामीण क्षेत्र के अलावा शहर के कई मोहल्लों में धूमधाम से मनाया गया। लोहड़ी कार्यक्रम में विशाल अरोरा, रघुराज अरोरा, पूजा, आरती, शिव शर्मा, राधाकृष्ण कुशवाहा, शिशिर पंचाल, संध्या शर्मा, रीता शर्मा, अर्पित कुशवाहा, कंचन देवी, अनन्या, इशू, तनवी, इशिका, अर्श, जीवन आदि कई लोग मौजूद रहे।