खेतों में खिलने लगे सरसों के पीले फूल बढ़ने लगी खेतों की सुंदरता
खेत में लहराती सरसों की फसल लोगों को कर रही आकर्षित
खेतों में खिलने लगे सरसों के पीले फूल बढ़ने लगी खेतों की सुंदरता
खेत में लहराती सरसों की फसल लोगों को कर रही आकर्षित
पूरनपुर,पीलीभीत।मक्के दी रोटी सरसों दा साग शायद ही कोई होगा जिसने कभी ये ना सुना होगा।जब आपकी आंखों के सामने सरसों की हरी-भरी फ़सल खेतों में लहलहा रही हो तो देखकर किसे ये अच्छा नहीं लगेगा।इन दिनों खेतों में ऐसा ही देखने को मिल रहा है। हजारों एकड़ ज़मीन पर इन दिनों सरसों की फसल की हरियाली सभी को अपनी ओर आकर्षित कर रही है।
किसान भी इसे लेकर ख़ासा खुश है।तहसील के किसानों के खेत में पीले फूलों से खिली सरसों की फसल लहलहाने लगी है।मौसम ने साथ दिया तो इस वर्ष किसान सरसों के बंफर उत्पादन की संभावना जता रहे हैं।पिछले पांच वर्षों में सरसों की फसल का रकबा लगातार बढ़ रहा है।सरसों उत्पादन के लिए जिले में अनुकूल जलवायु है। सरसों का उत्पादन समशीतोष्ण जलवायु में होता हैं।सरसों की पैदावार हर साल अच्छी होती है इस साल भी खेत में लहराती हुए नजर आ रही है। थाना सेहरामऊ उत्तरी के क्षेत्र में पिछले साल से इस साल सरसों की पैदावार अच्छी देखी जा रही है।किसान खेतों में सरसों की फसल देखकर खुश नजर आ रहे हैं।किसानो की फसल देखकर हर कोई मनमोहक हो जाता है। हर साल सरसों की पैदावारी किसान द्वारा की जाती है। इस साल सबसे अच्छी फसल सरसों की है। क्षेत्र में सबसे ज्यादा पैदावार खेती मानी जाती है।यहां की खेती जिला पीलीभीत तहसील पूरनपुर क्षेत्र में सबसे ज्यादा पैदावार होती है।जहां किसान एकड़ में दो फसल तैयार करता है जब गेहूं की बुवाई शुरू होती तब किसान में गन्ने की फसल में दो फसल तैयार करता है।जब गन्ने की बुवाई द्वारा की जाती है तो किसान गन्ना बुवाई भी होती है और उसी खेत में सरसों की फसल उगाता है। जिससे एक ही खेत में दो फसलों तैयार होती हैं।किसानों के खेतों में सरसों की फसल तैयार होती है दूसरी फसल गन्ने की तैयार की जाती है।थाने के क्षेत्र में जिधर देखो उधर सरसों की फसल लहराती हुए नजर आ रही है । सरसों कि फसल देखकर पीले पीले फूल को किसान मनमोहक हो जाते हैं।जिस पर हर किसान चेहरे के रौनक बढ़ जाती है।किसान लगातार सेंटर पर अपना गन्ना डालकर गेहूं की बुवाई भी कर देते हैं।जिससे किसान गन्ना काटकर गेहूं की फसल भी तैयार कर लेते हैं।