भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक ने शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन
भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक ने शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन
पूरनपुर.पीलीभीत।भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के जिलाध्यक्ष सरदार मंजीत सिंह के नेतृत्व में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक का
अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन तहसील प्रांगण पूरनपुर में जिलाध्यक्ष अध्यक्ष मंजीत सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। जिस पर स्थानीय प्रशासन उपजिलाधिकारी अजीत प्रताप सिंह पूरनपुर ने रात्रि के 11 बजे धरनास्थल पर वार्ता कर किसानों के प्रत्येक समस्याओं पर बिन्दुवार कार्य करने के आश्वासन पर भारतीय किसान यूनियन ने अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया है।उपजिलाधिकारी पूरनपुर द्वारा किसानों को एक सप्ताह में किसानों के प्रत्येक कार्य को पूरा करने का आश्वासन दिया गया है।धरना-प्रदर्शन की अध्यक्षता कर रहे। सरदार मंजीत सिंह ने कहा कि ग्राम पंचायतों में सरकारी चक मार्गो एंव धार्मिक स्थलों व ग्राम समाज की भूमी पर हुए अवैध अतिक्रमण व अवैध कब्जा हटवाने एंव तहसील पूरनपुर में किसानों की कृषि भूमि की खतौनियों में अंश निर्धारण में भारी त्रुटियों को अविलंब सही करा कराकर भू0 राजस्व फर्द खतौनियों में अंकित कराने व लंबित पड़ी विरासतों तथा ग्राम लाह में कुआं की भूमि पर अवैध अतिक्रमण हटाने तथा ग्राम तकिया दीनारपुर में सार्वजनिक रास्ते को बन्द कर किसान को पलायन करने तथा पुलिस प्रशासन संबंधित आदि किसानों की गंभीर समस्याओं पर तत्काल प्रभाव से स्थानीय प्रशासन को स्थलीय कार्य कराने के आश्वासन पर भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक का अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन आज स्थगित किया। गया है यदि प्रशासन ने किसानों की समस्याओं का निर्धारित समय सीमा के अनुसार हल न किया तो भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक पुनाः तहसील पूरनपुर प्रांगण में आन्दोलन करेगी जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।पंचायत व धरना-प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष सरदार मंजीत सिंह, जिला प्रभारी दिनेश कुमार, तहसील अध्यक्ष पूरनपुर कुलवंत सिंह सोनी,जिला उपाध्यक्ष नवदीप सिंह,ब्लाक अध्यक्ष पवन कुमार वर्मा, सदर तहसील अध्यक्ष रेशमा वर्मा, सर्वेश कुमार, रामकुमार प्रजापति,तरसेम सिंह,विक्रमजीत सिंह खैरा,रामगोपाल वर्मा, गुरतेज सिंह, नरेश कुमार, ईश्वर दयाल,मिश्री लाल जगदीश कुमार, सुधीर कुमार, राजेन्द्र प्रसाद, निर्मल सिंह, राममूर्ति कश्यप, बूटा सिंह आदि भारी संख्या में किसान उपस्थित थे।