उत्तर प्रदेश
ठंड से बचाव के लिए शरीर को ढककर निकले बाहर, रात में कमरा बंद कर हीटर व अंगीठी न जलाए
ठंड से बचाव
ठंड से बचाव को शरीर को ढककर निकले बाहर, रात में कमरा बंद कर हीटर व अंगीठी न जलाए
पीलीभीत।उत्तर प्रदेश शासन की मंशा के अनुरूप जनपद में अत्यधिक ठंड एवं शीतलहरी से उत्पन्न होने वाली समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए निराश्रित एवं असहाय तथा कमजोर वर्ग के असुरक्षित व्यक्तियों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से संबंधित अधिकारियों/विभागों को रैन बसेरा/शेल्टर होम बनाने एवं उनमें सभी मूलभूत सुविधाओं को चाक-चौबंद करने के निर्देश दिये गये।जनपद में अत्यधिक ठंड एवं शीतलहरी से उत्पन्न होने वाली समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए निराश्रित एवं असहाय तथा कमजोर वर्ग के असुरक्षित व्यक्तियों को राहत पहुंचाना प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसी क्रम में संबंधित अधिकारियों द्वारा आश्रयहीन व्यक्तियों के लिए रैन बसेरा/ शेल्टर होम विभिन्न स्थानों पर बनाए जाएंगे, ताकि कोई भी व्यक्ति रात में सड़क या फुटपाथ पर सोने के लिए बाध्य न हो। रैन बसेरा/शेेल्टर होम में रूकने वाले कमजोर वर्ग के लोगों को ठंड से बचने के लिए आवश्यक समस्त उपाय जैसे गद्दे, कंबल, स्वच्छ पेयजल, प्रकाश, शौचलाय आदि का प्रबंध। शीतलहर से बचाव हेतु समस्त तैयारी तत्काल पूर्ण करते हुए रैन बसेरा/शेल्टर होम में तैनात केयर टेकर का नाम, पद नाम, मोबाइल नंबर एवं अलाव जलाए जाने के लिए चिन्हित स्थानों की सूची फोटोग्राफ सहित जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण,पीलीभीत को तत्काल उपलब्ध कराये जाने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।शीत लहरी एवं ठंड से बचाव सम्बन्धी उपायों को आम- जनमानस में प्रचार-प्रसार कराने का कष्ट करें। शरीर पर उपयुक्त ऊनी कपडे़ पहनें। शरीर को गर्म रखने हेतु गर्म पेय पदार्थों एवं पौष्टिक आहार का सेवन करें। बाहर निकलते समय सिर, चेहरे, हाथ एवं पैर को गर्म कपडे़ से ढकें। हीटर, ब्लोवर, कोयले की अंगीठी आदि जलाते वक्त थोड़ी खिड़की खोलकर रखें और सोने से पहले सभी हीटर, ब्लोवर, कोयले की अंगीठी इत्यदि को बन्द कर दें। पशुओं को गर्म स्थान में रखें,उन्हें ठंड लगने पर पशु चिकित्सक की सलाह ले। शरीर के अंगों के सुन्न पड़ने, हाथ-पैरों, कान एवं नाक पर सफेद या पीले रंग के दाग इत्यादि पड़ने पर तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें।पशुशालाओं की मरम्मत कराते हुए उनके रहने के स्थान को चारो तरफ से ढंक कर रखें,जिसके लिए फूस की टाटी या जूट के मोटे बोरे का प्रयोग करें। कच्चे घरों/झोपड़ियों के आस पास अलाव जलाते हुए सावधानी बरतें,इससे अक्सर आग लगने का खतरा रहता है।