
राव सूरजमल हाड़ा जी के अपमान पर क्षत्रिय समाज में रोष, प्रवीण चौहान के नेतृत्व में श्री राष्ट्रीय क्षत्रिय महासभा ने सौंपा ज्ञापन
पीलीभीत। श्री राष्ट्रीय क्षत्रिय महासभा भारत के आवाहन पर राव सूरजमल हाड़ा जी की छतरी को अपमानजनक तरीके से क्षतिग्रस्त किये जाने से क्षत्रिय समाज में रोष व्याप्त है। इसको लेकर प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी पूरनपुर को सौंपा गया।
राष्ट्रीय क्षत्रिय महासभा के बरेली मंडल के प्रभारी प्रदेश संगठन मंत्री उत्तर प्रदेश प्रवीण चौहान के नेतृत्व में जिलाध्यक्ष ठाकुर शिवम सिंह भदोरिया, नगर अध्यक्ष प्रदीप सिंह मुखिया, विधानसभा अध्यक्ष ठाकुर वीरेंद्र सिंह, विधानसभा उपाध्यक्ष ठाकुर विजय सिंह, आर्यन चौहान, संजय चौहान, चमन सिंह, ठाकुर नरेश सिंह, संजीव चौहान आदि ने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा। जिसमें कहा गया कि दिनांक 20.09.2024 को बूंदी एवं कोटा जिले राजस्थान की सरहद पर तुलसी गांव में स्थापित बूंदी नरेश राव सूरजमल हाड़ा जी की 600 वर्ष पुरानी रियासत कालीन छतरी को कोटा विकास प्राधिकरण द्वारा अपमान जनक तरीके से ध्वस्त कर दिया गया है। जिससे सर्व समाज में असन्तोष व्याप्त है। राव सूरज मल हाड़ा जी की छतरी भारत के ऐतिहासिक धरोहर, जनता की आस्था एवं राजस्थान के शौर्य की प्रतीक है। जिसे कोटा विकास प्राधिकरण के जिम्मेदारी अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण ध्वस्त कर दिया गया है। लोक आस्था के केन्द्र इस छतरी पर सर्व समाज के लोगो द्वारा निरन्तर आज तक पूजा अर्चना की जाती रही है। ज्ञापन में मांग की गई कि राव सूरज मल हाड़ा जी की छतरी को प्राचीन स्मारकें के विस्थापन के लिये निर्धारित प्रक्रिया का पालन न करते हुये समान्य अतिक्रमण की भाँति ध्वस्त करने का आदेश प्रदान करने बाले जिम्मेदार अधिकारियों के विरूद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल में लाई जाये, राजस्थान राज्य में ऐसे सैकडो प्राचीन स्मारक स्थापित है, इस प्रकार की ऐतिहासिक धरोहर को संरगति रखने एवं गैर जिम्मेदाराना हरकतों को रोकने के लिये प्रभारी कठोर नीति निर्धारित कर तत्काल कियान्वित की जाये, आजादी के पूर्व से स्थापित हर एक ऐसी ऐतिहासिक स्मारक स्थल को पुरातत्व विभाग की अनापत्ति के पश्चात् ही विस्थापन/ध्वस्त करने की कार्यवाही अमल में लायी जाये, इस हेतु समस्त जिला कलेक्टर को पाबंद फरमाये, राव सूरज मल हाड़ा जी की ध्वस्त की गई छतरी के उसी स्थान पर पूर्ण सम्मान के साथ पुनः ऐसी विशाल छतीह स्थापित की जावे एवं छतरी के ध्वस्त अवशेषो को पैनोरमा बनाकर उसमें संरक्षित किया जावे, प्रस्तावित हवाई अड्डे का नामकरण राव सूरज मल हाडा जी के नाम पर कर उनके प्रति सर्वसमाज की आस्था का सम्मान किया जावे। ज्ञापन में स्पष्ट कहा गया कि उक्त मांगो को अविलम्ब पूरा नही किया जाता है तो देश का क्षत्रिय समाज आन्दोल करने को विवश होगा।