उत्तर प्रदेश
राइस मिलर ने सस्ते दामों से धान खरीद कर किसान से की 2 प्रतिशत की कटौती, खुद की गर्दन बचाने को दिए जा रहे फर्जी बिल
धान खरीद में सेंधमारी
राइस मिलर ने सस्ते दामों से धान खरीद कर किसान से की 2 प्रतिशत की कटौती, खुद की गर्दन बचाने को दिए जा रहे फर्जी बिल
पूरनपुर, पीलीभीत। दो पखवाड़ा से अधिक समय बीतने के बावजूद जिलेभर के क्रय केद्रों पर नाममात्र का धान पहुंचा है। राइस मिल में धान बिक्री करने वाले को समर्थन मूल्य से काफी कम दाम देकर नमी और अतिरिक्त कटौती के नाम पर ठगा जा रहा है। जिम्मेदार जानबूझकगर अंजान बने हुए हैं। खुद की गर्दन बचाने के लिए अधिकांश राइस मिलर फर्जी बिल पर धान कटौती दर्शा रहे हैं। इससे किसानों में नाराजगी देखी जा रही है।
जनपद की पूरनपुर तहसील में सबसे ज्यादा राइस मिले हैं। अधिकांश मिलर हर साल औने पौने दामों में धान खरीद कर स्टॉक लगा लेते हैं। इसके बाद त्यौहार निपटने के बाद सरकारी क्रय केंद्रों से मिलीभगत धान बिक्री कर समर्थन मूल्य का लाभ लेते हैं। इसके लिए धान बेचने वाले किसानों से पहले ही लालच देकर उन्हें उनसे दस्तावेज ले लेते हैं।पीलीभीत में इस बार धान खरीद के लिए 148 केंद्र स्थापित किए गए हैं अभी तक 135 क्रय केंद्र एक्टिव हैं। 15 से अधिक वाहनों पर जीपीएस भी लगा दिया गया है। इन दिनों केंद्र पर पहुंचने वाले किसानों को धान में नमी बताकर वापस किया जा रहा है। दिवाली और आगामी फसल के लिए मजबूर किसान राइस मिलों और आढ़तों पर धान बिक्री करने को मजबूर हैं। हालत यह है कि किसान की मजबूरी का फायदा उठाकर समर्थन मूल्य से काफी कम दाम देकर धान खरीद की जा रही है। इसके साथ ही कटौती के अलावा दो प्रतिशत अलग का चार्ज लिया जा रहा है। खुद को बचाने के लिए अधिकांश राइस मिलर अपने नाम के बिल की जगह कागज पर ही वजन कटौती का हिसाब लिखकर किसानों को गुमराह कर रहे हैं। कलीनगर क्षेत्र के गांव चांदपुर निवासी किसान ने एक राइस मिल पर 24 कुंतल 80 किलो धान 1870 रुपए प्रति कुंतल और 16 कुंतल 40 किलो धान 1825 का भाव से खरीदा दोनों बार धान में नमी बताकर 50- 50 किलो कटौती भी काटी गई हिसाब हुआ तो कुल रकम से 2% में 909 और 580 की अतिरिक्त कटौती की गई। खुद को पाक साफ बताने के लिए किसान को बिना स्टांप का फर्जी बिल दे दिया। यह हालत अन्य कई राइस मिलों में धान खरीद के दौरान देखे जा रहे हैं। कलीनगर तहसीलदार हबीब उर रहमान अंसारी ने बताया इस मामले की अभी जानकारी नहीं है। अगर किसान से अतिरिक्त कटौती जा रही है तो जांच कर कार्रवाई होगी।
रिपोर्ट- शैलेन्द्र शर्मा व्यस्त