राजनीति
पैगंबर-ए-इस्लाम पर की गई अमर्यादित टिप्पणी पर सपाईयों ने राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

पैगंबर-ए-इस्लाम पर की गई अमर्यादित टिप्पणी पर सपाईयों ने राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
पीलीभीत। पैगम्बर साहब के लिए महंत द्वारा की गई अमर्यादित टिप्पणी को लेकर लोगों में कड़ी नाराजगी है। इसको लेकर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन जारी हैं। इसी क्रम में पूरनपुर के सपा कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा है।
डासना महंत द्वारा पैगंबर ए इस्लाम पर की गई अमर्यादित टिप्पडी को लेकर सपा कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा। जिसमें कहा गया कि वर्तमान समय में डासना का महंत यति नरसिंहनंद द्वारा पैगंबर ए इस्लाम पर अमर्यादित टिप्पडी की गई है। नरसिंहानंद घटिया और सस्ती लोकप्रियता के पाने के लिए या फिर अपनी निजी स्वार्थ के लिए आए दिन ऐसी घिनौनी हरकत करता रहता है। पैगंबर ए इस्लाम की शान में गुस्ताखी हर मुसलमान और हर अच्छे व्यक्ति के लिए न काबिले बर्दाश्त है। मुस्लिम अपनी जान तो दे सकता है लेकिन तौहीन ए मुस्तफा बर्दाश्त नहीं कर सकता। यति नरसिंगानंद किसी घिनौनी साजिश के तहत अशांति पैदा करना चाहता है। भारत देश विविधता में एकता बाला देश है। जहां मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम, श्री कृष्ण, संत गुरुनानक देव, ख्वाजा गरीब नवाज, वारिस पाक, आला हजरत, भगवान परशुराम, महर्षि वाल्मीकि, कबीरदास, तुलसीदास की धरती है। जिन्होंने समाज को नेक दिशा देने का काम किया है। यति नरसिंहनंद संत की आड़ में अराजकता फैलाने का काम कर रहा है। उसकी घिनौनी हरकत से भारतीय मुस्लिम और हर अच्छे इंसान को दिली ठेस पहुंची है। वह मानसिक रूप से अपराधी प्रतीत होता है। इससे पूर्व में भी वो इसी तरह की हरकत कर चुका है। ज्ञापन में कहा गया कि हम समाजवादी लोग सभी महापुरषों का और सभी धर्मो का सम्मान करने वाले लोग हैं। पैगंबर इस्लाम ने फरमाया कि अपने पड़ोसी तक से मोहब्बत करो, जो अपने लिए पसंद करो वही दोसरो के लिए पसंद करो। आपने बेवा औरतों को इज्जत बख्शी। जिस जमाने में लड़की पैदा होना गुनाह समझा जाता था, लोग लड़की पैदा होते ही जिंदा जमीन में दफन कर देते थे।यति नरसिंहानद खुद रावण है, संत कहां से है। ज्ञापन में सभी ने नरसिंहनंद की गिरफ्तारी की मांग की और धर्मो पर किसी की कोई गलत बयानबाजी न कर सके इसके लिए कड़ा कानून बनाने की मांग की गयी। ज्ञापन देने बालों में मुख्य रूप से तौफीक अहमद क़ादरी, सभासद नादिर रजा बरकाती, राशिद खान, राजा, जावेद बरकाती, परवेज, शोएव कुरैशी, ताज मोहम्मद, अमन, खालिद रजा बरकाती इत्यादि मौजूद थे।