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उत्साह और उमंग के साथ गोमती ज्ञान परीक्षा में 32 विद्यालयों के 807 छात्रों ने किया प्रतिभाग, SDM ने दिलाई शपथ
उत्साह और उमंग के साथ गोमती ज्ञान परीक्षा में 32 विद्यालयों के 807 छात्रों ने किया प्रतिभाग
छात्रों को प्रोत्साहन राशि देकर किया जाएगा सम्मानित
पूरनपुर, पीलीभीत। कलीनगर एसडीएम आशुतोष गुप्ता के प्रयास से छात्र-छात्राओं में संस्कृति एवं पर्यावरण संबंधी जागरूकता में वृद्धि एवं प्रोत्साहन के लिए मां गोमती ज्ञान उत्सव का आयोजन किया गया। इसमें पूरनपुर और कलीनगर के 32 विद्यालय के 807 छात्रों ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता में कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के बीच सामान्य ज्ञान की परीक्षा में शामिल हुए। अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्रों को नगद प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया जाएगा।कलीनगर एसडीएम आशुतोष गुप्ता के प्रयास से छात्र-छात्राओं में संस्कृति एवं पर्यावरण संबंधी जागरूकता में वृद्धि एवं प्रोत्साहन के लिए मां गोमती ज्ञान उत्सव का आयोजन किया गया। इसमें पूरनपुर और कलीनगर के 32 विद्यालय के 807 छात्रों ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता में कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के बीच सामान्य ज्ञान की परीक्षा में शामिल हुए। अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्रों को नगद प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया जाएगा। कलीनगर तहसील क्षेत्र के गांव माधोटांडा में गोमती उद्गम स्थल है। परीक्षा में 828 छात्रों ने प्रतिभा किया था। 2 बजे से 4 बजे तक परीक्षा होगी। प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार 5100, द्वितीय 2100, तृतीय 1100 और सराहना पुरस्कार 10 प्रतिभागियों को 500- 500 प्रोत्साहन राशि के तौर पर दी जाएंगी। परीक्षा में 60 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे गए। प्रत्येक सही उत्तर के लिए एक अंक और प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1/3 अंक काट लिया जाएगा।
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एसडीएम ने दिलाई शपथ
यहां प्रतिभागी छात्र-छात्राओं ने मां गोमती की शपथ लेते हुए कहा कि मैं अपनी पढ़ाई के प्रति पूर्ण समर्पित रहूँगा/रहूँगी और परिश्रम के साथ पढ़ाई करते हुए प्रति दिन कुछ नया सीखने का प्रयास करूँगा/करूँगी। मैं अपने पर्यावरण को स्वच्छ बनाने में अपना पूरा योगदान दूँगा/दूँगी। मैं अपने जन्म दिवस के अवसर पर प्रत्येक वर्ष एक पौधा अवश्य लगाऊँगा/लगाऊँगी तथा उसकी पूरी देखभाल मैं स्वयं करूँगा/करूँगी। मैं सड़क पर वाहन चलाते समय पूरी सावधानी रखूँगा/रखूँगीं और बिना हैलमेट के दोपहिया वाहन नहीं चलाऊँगा/चलाऊँगी। मैं अपने माता पिता एवं शिक्षकगणों का पूरा सम्मान करूँगा/करूँगी और अपने जीवन में अनुशासन का पालन करूँगा/करूँगी।
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