उत्तर प्रदेश

सेहरामऊ क्षेत्र में जंगली हाथियों ने दी दस्तक, किसानों की फसलों को रौंदा किसानों की कई बीघा गन्ने और धान की फसल हाथियों ने की तहश-नहश

सूचना के बाद भी मौके पर नही पहुँची वन विभाग की टीम

विकास सिंह पीलीभीत।

पूरनपुर, पीलीभीत।
जंगल से बाहर निकले हाथियों के झुंड ने किसानों के खेत मे दस्तक देना शुरू कर दी है। हाथियों के झुंड ने कई किसानों के खेत में खड़ी गन्ने की फसल को तहस- नहश कर दिया है।गांव में बीती रात को जंगली हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया। हाथियों ने किसानों की कई बीघा जमीन पर खड़ी फसलों को रौंद डाला। इससेेे किसानों को हजारों रुपए की क्षति हुई है। किसानों ने इसकी सूचना वन विभाग की टीम को भी दी। लेकिन सूचना मिलने के बाद भी वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचना उचित नहीं समझा। इसको लेकर किसानों में आक्रोश है। सेहरामऊ उत्तरी थाना क्षेत्र के गांव पिपरा मुजप्ता में मंगलवार -बुधवार की रात में जंगली हाथियों ने सेहरामऊ गांव गांव किनारे खेतों में पहुँचकर जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान जंगली हाथियों ने कई किसानों की गन्ने और धान की फसल को रौंद डाला। खेतों में बीती रात जंगली हाथियों के झुंड को खेतों में रखवाली कर रहे किसानों के द्वारा देखा गया। किसानों ने इसकी जानकारी गांव वालों को दी। सूचना के बाद तमाम किसान अपने अपने खेतों पर पहुँच गए। तो देखा हाथियों ने कई किसानों को फसल को रौंद कर बर्बाद कर दिया। सेहरामऊ उत्तरी गांव निवासी राजेंद्र प्रसाद की 5 बीघा धान की फ़सल, अशोक की 2 बीघा गन्ने की फ़सल, रामदुलारे की 3 बीघा धान की फ़सल, राजेश पाण्डेय की 4 बीघा गन्ने की फ़सल हाथियों ने बर्बाद कर डाली। इसके अलावा खेतों से निकलकर जाते समय हाथियों के झुंड ने दर्जनों किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है। अन्य कई किसानों की भी फसलों को जंगली हाथियों ने रौंदते हुए निकल गए। ग्रामीणों ने बताया है कि उन्होंने इसकी सूचना वन विभाग की टीम को दी है। लेकिन सूचना मिलने के बाद भी वन विभाग की टीम अभी तक मौके पर नहीं पहुँची है। जिसके कारण गांव के ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। किसानों का कहना है कि पिछले वर्ष भी हाथियों के झुंड ने दर्जनों किसानों की फसलों को तहश -नहष किया था। इस बार भी हाथियों के झूंड ने दस्तक दे दी है। लेकिन इसको लेकर वन विभाग कोई ध्यान नहीं दे रहा है। सूचना देने के बाद भी वन विभाग का कोई अधिकारी कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!