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गोमती उद्गम स्थल ट्रस्ट में बढ़ेंगे सदस्य, 29 सितंबर तक जमा होंगे निशुल्क आवेदन
गोमती उद्गम स्थल

गोमती उद्गम स्थल ट्रस्ट में बढ़ेंगे सदस्य, 29 सितंबर तक जमा होंगे निशुल्क आवेदन
पूरनपुर,पीलीभीत। तहसील कलीनगर सभागार में पवित्र गोमती नदी उद्गम स्थल पुनरूद्धार एवं बाबा दुर्गानाथ मठ सेवा ट्रस्ट (अग्रेतर ट्रस्ट शब्द से उल्लिखित) की आम बैठक पूर्व सूचना के अनुसार आहूत की गयी। बैठक में ट्रस्ट के पदेन सदस्य के रूप में नामित तहसीलदार हबीब उर रहमान अंसारी, नायब तहसीलदार अक्षय यादव आदि अधिकारीगण, संस्थापक सदस्य व अन्य स्थानीय नागरिकों के साथ मीडिया के सदस्य भी उपस्थित रहे।
बैठक में निर्धारित एजेण्डे के अनुसार प्रत्येक बिन्दु पर विस्तार से चर्चा की गयी। चर्चा के दौरान उपस्थित सदस्यों ने विभिन्न बिन्दुओं पर अपने सुझाव, सहमति/असहमति व्यक्त की। ट्रस्ट की बैठक में लिये गये निर्णय/विचारणीय बिन्दु के संबंध में वर्ष-2018 से गठित ट्रस्ट की नियमावली में अध्यक्ष के प्राधिकार के दृष्टिगत ट्रस्ट के कुछ सदस्यों का देहावसान हो जाने के कारण उनका नाम ट्रस्ट की कार्यकारिणी से विलोपित किया गया। इसके अलावा ट्रस्ट के संस्थापक सदस्य के रूप में स्व० रतन गिरि चेला रामगिरि बाबा दुर्गानाथ मठ के पुत्र अरविन्द गिरि को ट्रस्ट में सौपे गये दायित्वों की कर्तव्यनिष्ठा के साथ निर्वहन करने हेतु ट्रस्ट का कर्मचारी नामित करते हुए प्रति माह 5 हजार रूपये मानदेय की व्यवस्था ट्रस्ट के खाते से दिए जाने का निर्णय लिया गया। जिनके कार्य व्यवहार की समीक्षा वार्षिक रूप से कार्यों का निर्धारण व पर्यवेक्षण तहसीलदार कलीनगर/सचिव, ट्रस्ट द्वारा किये जाने की बात कही गयी। ट्रस्ट परिसर में नियमित रूप से आयोजित किये जाने वाले भण्डारे/कार्यकम आदि के पश्चात माँ गोमती उद्गम परिसर को स्वच्छ बनाये रखे जाने हेतु जन सहयोग के दृष्टिगत 200 व्यक्तियों तक आयोजन करने पर 251/- एवं 200 व्यक्तियों से अधिक पर 501/-रू० ट्रस्ट के कर्मचारी/मॉ गोमती मंदिर के पुजारी अथवा ट्रस्ट से संबंधित अभिलेखीय कार्य देख रहे देवेश कुमार, लेखपाल के पास जमा किये जाने तथा उक्त आयोजन हेतु जमा की गयी धनराशि की रसीद भी संबंधित को उपलब्ध कराने के साथ प्राप्त राशि ट्रस्ट के खाते में जमा करने की बात कही गयी। मॉ गोमती परिसर की साफ-सफाई व स्वच्छता के दृष्टिगत मंजू देवी पत्नी राजीव कुमार को 2000/- मासिक मानदेय पर नियुक्त किया गया, जिनके मानदेय का भुगतान ट्रस्ट के खाते से व्यय किये जाने तथा इनके कार्यों की समीक्षा वार्षिक रूप से किये जाने की बात कही गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि मॉ गोमती उद्गम झील में प्रत्येक 15 दिन में (माह में दो बार) एक बार नौका की सहायता लेकर समुचित साफ-सफाई (कूड़ा-करकट, पॉलीथीन आदि) की जायेगी तथा उक्त कार्य के लिए ट्रस्ट की ओर से 600/- प्रतिदिन कुल 1200/- प्रतिमाह मानदेय भुगतान किया जायेगा। ट्रस्ट की सदस्यता हेतु आवेदन तिथि 29-09-2024 तक बढ़ायी जाती है। लेखपाल देवेश कुमार को निर्देशित किया गया कि उक्त के संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार करें तथा प्राप्त होने वाले प्रत्येक आवेदन को सूचीबद्ध करते हुए संकलित करें। सदस्यता से पूर्व आवेदक की शासकीय भूमि पर अतिक्रमण न किये जाने के सम्बन्ध में संबंधित तहसील एवं सामान्य ख्याति के सम्बन्ध में संबंधित थाने से सत्यापन ट्रस्ट द्वारा कराया जायेगा। ट्रस्ट में सदस्य के रूप में शामिल करने के लिए अध्यक्ष के माध्यम से जिलाधिकारी/संरक्षक के अनुमोदनार्थ आवेदन प्रेषित किये जायेगें। बैठक में ट्रस्ट के सचिव/तहसीलदार कलीनगर को निर्देशित किया गया कि ट्रस्ट में पूर्व से पदधारक पंजीकृत सदस्यों को इस आशय की सूचना प्रेषित करें कि यदि वह ट्रस्ट के सक्रिय सदस्य के रूप में सदस्यता बनाये रखना नहीं चाहते हैं तो इसकी सूचना ट्रस्ट को उपलब्ध करा दें ताकि ट्रस्ट के कार्य में रूचि न लेने वाले सदस्यों को ट्रस्ट की सदस्यता से अवमुक्त किया जा सके। मॉ गोमती नदी के प्रति स्थानीय नागरिकों में जागरूकता के लिए नियमित रूप से ग्रीष्म एवं शरद कालीन महोत्सव के साथ-साथ प्रत्येक वर्ष 05 सितम्बर को राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के अवसर पर मॉ गोमती उद्गम स्थल पर जनपद स्तरीय सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन ट्रस्ट के माध्यम से कराया जायेगा। प्रत्येक वर्ष ग्रीष्म एवं शरद कालीन महोत्सव से पूर्व एक सप्ताह की अवधि में जनपद पीलीभीत के प्रत्येक ग्राम में मॉ गोमती कलश यात्रा का आयोजन किया जायेगा। कलश यात्रा में मॉ गोमती के जल के साथ प्रत्येक घर पर जाकर माँ गोमती उद्गम स्थल पर आने के लिए आमंत्रित किया जाये। इस कार्य में स्थनीय जन प्रतिनिधिगण व स्वयंसेवी संस्थाओं की सहायता ली जायेगी। स्थानीय छात्र-छात्राओं में मॉ गोमती के प्रति जागरूकता एवं पर्यावरण में संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए प्रत्येक माह कम से कम एक स्थानीय विद्यालय के छात्र-छात्राओं को मॉ गोमती उद्गम स्थल पर आमंत्रित कर माँ गोमती ज्ञान चौपाल का आयोजन किया जायेगा जिसमें विशेषज्ञ व्यक्तियों के द्वारा मॉ गोमती व पर्यावरण के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी जायेगी।