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पल्लवी का नामाकंन निरस्त होने पर आशुतोष दीक्षित ने उठाए सबाल, कोर्ट में दाखिल करेंगे याचिका
ब्लॉक प्रमुख उपचुनाव

षड्यंत्र के तहत नामाकंन पत्र खारिज करने का आरोप, डीएम से शिकायत
छोटे भाई की पत्नी का नामाकंन निरस्त हो जाने से आहत दिखे राजू
पीलीभीत। छोटे भाई की पत्नी पल्लवी दीक्षित का नामांकन पत्र खारिज होने से ब्लॉक प्रमुख पुत्र आशुतोष दीक्षित उर्फ राजू काफी आहत हैं। ब्लाक प्रमुख कमलेश्वरी दीक्षित की मृत्यु होने के बाद उपचुनाव में उन्हे भाजपा से टिकट मिलने की उम्मीद थी। लेकिन पार्टी ने मानसी सिंह को टिकट दे दिया था। जिसे पिछले चुनाव में कमलेश्वरी दीक्षित से करारी हार मिली थी। टिकट न मिलने के बाद भी राजू दीक्षित ने भाजपा का साथ नहीं छोड़ा।

उन्होंने एक वीडियो वायरल कर अपने भाई की पत्नी को निर्दलीय चुनाव लड़ाने का एलान किया था। साथ ही कहा था कि वह भाजपा में थे और हमेशा रहेंगे। 20 अगस्त को आशुतोष दीक्षित राजू ने अपने छोटे भाई अंशुमन दीक्षित की पत्नी पल्लवी दीक्षित का ब्लॉक प्रमुख पद पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन कराया था। 22 अगस्त को मतदान के बाद मतगणना होनी थी। आरोप है इससे पहले ही साजिश के तहत पल भी दीक्षित का नामांकन निरस्त कर दिया गया। और भाजपा प्रत्याशी मानसी सिंह पत्नी अपूर्व सिंह निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख निर्वाचित हुई। मानसी सिंह के निर्विरोध निर्धारित होने पर और पल्लवी दीक्षित का नामांकन निरस्त होने पर आशुतोष दीक्षित राजू काफी आहत दिखाई दिए।नामाकंन पत्र खारिज होने और निर्विरोध निर्वाचन तय होने को लेकर राजू दीक्षित कोर्ट में चैलेंज करेंगे। इसको लेकर उन्होंने ने डीएम को एक पत्र भी दिया है। छोटे भाई की पत्नी पल्लवी का नामांकन पत्र खारिज होने से पूर्व ब्लाक प्रमुख के पुत्र आशुतोष दीक्षित काफी आहत हैं। उन्होंने निर्वाचन को कोर्ट में चैलेंज करने की बात कही है। राजनीति दबाव में नामांकन को गलत तरीके से निरस्त करने का डीएम को पत्र भी दिया गया है। उन्होंने बताया है कि बिना नोटिस दिए नामांकन निरस्त कर दिया गया। सुबह 11:30 बजे तक ब्लॉक में नामांकन निरस्त करने की कोई जानकारी नहीं दी गई। इसके बाद 12 बजे ब्लॉक कार्यालय की नोटिस बोर्ड पर नामांकन निरस्त करने की सूचना चस्पा की गई। उन्होंने निष्पक्ष निर्वाचन कराने की मांग की है।अब बात करते हैं आशुतोष दीक्षित की जो राजनीति केचतुर खिलाड़ी तो है पर उनके साथ एक बार फिर गेम हो गया।जी हां इसे राजनैतिक गेम कहा जा रहा है।गत वर्षों में जब राजू ने अपनी मां को ब्लाक प्रमुख बनाने के लिए जब चुनाव मैदान में उतारा था तो भाजपा ने टिकट घोषित न करके सीट फी घोषित कर दी, गेम बड़ा था फिर भी चक्रव्यूह का पहला द्वार तोड़कर राजू चुनाव जीत गए और भाजपा को अपनी सीट समर्पित कर दी थी। लेकिन उसके बाद भी भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया। उनकी जगह मानसी सिंह को भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित किया। अब पल्लवी दीक्षित का नामाकंन निरस्त होकर मानसी सिंह निर्विरोध ब्लाक प्रमुख पद पर निर्वाचित हुई है।
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आशुतोष दीक्षित राजू ने डीएम को दिया पत्र, दोबारा चुनाव कराने की मांग
डीएम को दिए हुए शिकायत पत्र में आशुतोष दीक्षित राजू ने बताया है कि उनके छोटे भाई की पत्नी पल्लवी दीक्षित सदस्य वार्ड सं0 211 क्षेत्र पंचायत पूरनपुर जिला पीलीभीत ने क्षेत्र पंचायत के प्रमुख पद पर उप निर्वाचन 2024 हेतु नामांकन अगस्त को समस्त औपचारिकतायें पूर्ण करके दाखिल किया था। किन्तु राजनैतिक दवाव व प्रतिद्वन्दी प्रत्याशी मानसी सिंह को लाभ पहुंचाने की नियत से उनका नामांकन पत्र बिना नोटिस दिये निर्वाचन अधिकारी द्वारा बीती रात निरस्त कर दिया गया। जानकारी करने पर प्रस्तावक बुधवार सुबह ज़ब ब्लाक कार्यालय पहुँचे तब तक नामांकन निरस्त होने की कोई जानकारी नहीं दी गई। इसके बाद लगभग 12:00 बजे ब्लाक कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर नोटिस चस्पा करके उनके छोटे भाई की पत्नी का नामांकन निरस्त करने की सूचना अंकित की गई। राजू का आरोप है कि गलत तरीके से नामाकंन निरस्त होने से चुनाव की सुचिता को आघात लगा है। तथा क्षेत्र के क्षेत्र पंचायत सदस्यों व आम जनता निर्वाचन अधिकारी के इस पक्ष पात पूर्ण कत्य से काफी आहत व निराश है। तथा जनता में रोष व्याप्त है। उन्होंने जिलाधिकारी से शिकायत कर क्षेत्र पंचायत पूरनपुर में चल रहे ब्लाक प्रमुख निर्वाचन में उनके छोटे भाई कि पत्नी पल्ल्वी दीक्षित का नामांकन वहाल करके निष्पक्ष निर्वाचन कराएं जाने की मांग की है।