बीडीसी उपचुनाव में माँ की विरासत संभालने में क़ामयाब रहे आशुतोष दीक्षित “राजू”
अंशुमान दीक्षित ने अपने प्रतिद्विंदी को सौ से अधिक वोटों से हराया, समर्थकों ने मिठाई बांटकर मनाया जश्न

विकास सिंह पीलीभीत।
मढाखुर्द कलां में रामकृष्ण ने रामविलन को 13 वोटों से हराकर दर्ज की जीत
पूरनपुर, पीलीभीत।
प्रधानी और क्षेत्र पंचायत सदस्य के उपचुनाव की मतदान प्रकिया पूर्ण होने के बाद गुरुवार को मतगणना की गई। पंचायत उपचुनाव में मंगलवार को चुनाव प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद गुरुवार को ब्लॉक सभागार में मतगणना कड़ी सुरक्षा के बीच सम्पन्न हुई। मतगणना स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से भारी पुलिस बल तैनात रहा। पुरनपुर में ब्लॉक प्रमुख कमलेश्वरी देवी का निधन हो जाने यह सीट रिक्त हुई थी। उपचुनाव की हुई मतगणना में जीत दर्ज करते हुए अपनी माँ की विरासत बचाने में आशुतोष दीक्षित राजू क़ामयाब रहे। राजू ने अपने भाई अंशुमान दीक्षित को सौ से अधिक वोटों से जीत दिलाकर क्षेत्र पंचायत सदस्य की सीट पर कब्जा जमाया। पूरनपुर के ब्लॉक क्षेत्र के वार्ड नंबर 190 महुआ गुंन्दे और वार्ड संख्या 202 मढाखुर्द कलां में क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए मंगलवार को चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न हुई थी। जिसकी मतगणना गुरुवार को ब्लॉक सभागार में कड़ी सुरक्षा के बीच सम्पन्न हुई। वार्ड संख्या 190 महुआ गुंन्दे में महुआगुंदे की विद्यापति, शिवानी शुक्ला और माया देवी के नामांकन पत्र वापस लेने पर अंशुमान दीक्षित व नीतू के बीच चुनाव सम्पन हुआ था। गुरुवार को हुई मतगणना में अंशुमान दीक्षित ने अपने प्रतिद्विंदी प्रत्याशी को 142 वोटों से हराकर अपनी जीत दर्ज की। जीत की जानकारी लगते ही राजू के समर्थकों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई। वही समर्थकों ने मिठाई बांटकर जीत का जश्न मनाया। वही वार्ड संख्या 202 मढ़ा खुर्द कला में अरविंद कुमार के पर्चा बापस लेने पर रामकृष्ण, रामविलन व विश्वनाथ चुनाव के बीच मंगलवार को चुनाव हुआ था। जिसमें गुरुवार को हुई मतगणना में रामकृष्ण ने कुल 448 वोट पाकर अपने प्रतिद्विंदी प्रत्याशी रामविलन को 13 वोटों से हराकर जीत दर्ज की। तीसरे प्रत्याशी विश्वनाथ को कुल 08 मत प्राप्त हुए। दोनों प्रत्याशियों के समर्थकों को जीत की जानकारी लगते ही ख़ुशी की लहर दौड़ गई। समर्थको ने एक दूसरे को मिठाई खिलाते हुए जीत का जश्न मनाया। उपचुनाव की मतगणना में जीत दर्ज करने वाले प्रत्याशियों को निर्वाचन अधिकारी ने जीत का प्रमाण पत्र दिया। मतगणना स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात रहा। सीओ भी मतगणना स्थल पर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे।