सफेद रेत के काले कारोबार से खनन माफिया काट रहे चांदी, जिम्मेदार बेखबर
मंगदपूर में सफेद रेत के काले कारोबार से खनन माफिया काट रहे चांदी, जिम्मेदार बेखबर
मगदरपुर में लगातार हो रहा मिटटी खनन इसके बावजूद भी उच्च अधिकारी नहीं ले रहे संज्ञान
गोरा, पीलीभीत। सेहरामऊ थाना क्षेत्र की गढ़वा खेड़ा चौकी से लगभग 2 किलोमीटर दूर हल्का मगदपुर में आए दिन मिट्टी खनन माफियाओं के द्वारा खनन किया जा रहा है। परमिशन के आड से क्षेत्र में बडे बडे प्लेटो को भरा जा रहा है। लेकिन गढ़वा खेड़ा चौकी पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग रही है। रात दिन मिट्टी खनन माफियाओं द्वारा खनन किया जा रहा है। लेकिन गढ़वा खेड़ा पुलिस की आंखों में पट्टी बंदी नजर आ रही है। दूसरी तरफ खेतों में अड्डी लगाकर मिट्टी खनन किया जा रहा है। मगदपुर आए दिन खनन माफिया के हौसले बुलंद नजर आ रहे हैं। लेकिन शासन प्रशासन इस पर कोई भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे खनन माफियाओं के लगातार हौसले बुलंद नजर आ रहे हैं। खनन माफियाओं ने मगदपुर में खनन का अड्डा बना लिया जिधर देखो उधर खेत में तालाब नजर आ रहा है। लेकिन इसके बावजूद भी योगी सरकार मिट्टी खनन माफिया पर कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। इससे पहले भी कई अधिकारियों ने मगदपुर खनन को लेकर कार्रवाई कर चुके हैं। लेकिन मिट्टी खनन माफियाओं के इतने हौसले बुलंद हैं कि वह अपनी हरकतों से वाज नहीं आ रहे हैं। मगदपूर जमीनों को सीना चीर कर मिट्टी खनन किया जा रहा है। बह की सड़क साफ तौर पर गवाही दे रही है। की किस तरीका से खनन किया जा रहा है। सफेद रेत के काले कारोबार में खनन माफियाओं ने खूब चांदी काट रखी है। कुछ माह पूर्व सख्ती के साथ पुलिस व प्रशासन द्वारा खनन कारोबार पर लगाए गए अंकुश के बाद कुछ दिन रुकने के बाद खनन के कारोबार ने फिर पकड़ ली तेजी एक बार पुनः इस अवैध धंधे ने तेजी पकड़ ली है। यह अवैध धंधा खाकी व खादी के गठजोड़ से ही संभव है यह बात किसी से छिपी नहीं है। इसके बावजूद भी क्षेत्र की भौगोलिक दशा को बिगड़ने से रोकने के लिए स्थानीय लोग इस अवैध धंधे पर अंकुश लगाए जाने की पुरजोर मांग कर रहे हैं। थाना सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र का मगदपुर फिर एक बार अवैध खनन को लेकर सुर्खियों में बना हुआ है। यहां के खनन माफिया रात दिन बालू व मिट्टी खनन अवैध धंधा कर जमकर चांदी काट रहे हैं। पुलिस प्रशासन के सख्त होने के बावजूद खनन माफियाओं का मानना यह स्पष्ट करता है कि यह धंधा पुलिस प्रशासन के सहयोग से ही संभव हो रहा है। खनन माफियाओं ने अपने हाथ पैर फैलाकर इस धंधे को चार गुना अधिक बढ़ा दिया है।